तिरुवतंतपुरम : केरल में एक पादरी ने लड़कियों और महिलाओं को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिससे बवाल मचने की आशंका है. पादरी ने कहा है कि जींस, टी-शर्ट, शर्ट या फिर मर्दों के कपड़े पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डूबा देना चाहिए. पादरी का यह शर्मनाक बयान यही नहीं खत्म होता है बल्कि वह आगे कहता है कि महिलाएं इस तरह के कपड़े सिर्फ पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं.
विवादित बयान वाला ये वीडियो जैसमिन पीके नाम की लड़की ने फेसबुक पर शेयर किया था. पादरी ने कहा कि महिलाएं इस प्रकार के कपड़े सिर्फ पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं. पादरी ने कहा कि जब मैं किसी चर्च जाता हूं और अगर मैं अपने सामने कुछ महिलाओं को खड़ा देखता हूं, तो लगता है कि चर्च से बाहर चला जाऊं.
पादरी ने आगे कहा कि महिलाएं यह सब सिर्फ आकर्षण का केंद्र बनने के लिए करती हैं, यहां तक की चर्च जैसे स्थान पर भी. वह आकर्षण पाने के लिए जींस, टी-शर्ट, शर्ट, ट्राउजर पहनकर जाती हैं. मोबाइल फोन उनके हाथ में होता है, बाल खुले रहते हैं. वह आगे कहता है कि क्या कैथोलिक चर्च आपको पुरुषों के कपड़े पहनने की अनुमति देता है?
बता दें कि इससे पहले 2016 में तिरुवंतपुरम गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज में भी एमबीबीएस के स्टूडेंट्स के लिए जींस, टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी थी. साथ ही कॉलेज कैंपस में सफेद ओवरकोट पहनना और हर वक्त अपना आई कार्ड डिस्प्ले करना भी अनिवार्य कर दिया था. इसे लेकर छात्रों ने विरोध किया था.