नई दिल्ली : आज भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की 54 वीं पुण्यतिथि है. डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसम्बर, 1884 को बिहार के सीवान जिला के जीरादेई गांव में हुआ था.
राजेंद्र प्रसाद 1951 में देश के प्रथम राष्ट्रपति बने. इसके बाद 1957 में दोबारा उनको ही राष्ट्रपति बनाया गया. उनका 28 फरवरी 1963 को निधन हो गया था.
वे पेशे से वकील थे. राजेंद्र प्रसाद इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के साथ स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे. वे संविधान निर्माण के लिए गठित संविधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे.
12 साल की उम्र में उनकी शादी राजवंशी देवी से हुई थी. उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में टॉप किया था.
1902 में उन्होंने कोलकाता का प्रेसिडेंसी कॉलेज ज्वाइन किया. राजेंद्र प्रसाद की कॉपी पर एग्जामिनर ने खुश होकर लिखा था ‘Examinee is better than Examiner’
भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न की शुरुआत डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने ही 2 जनवरी 1954 को की थी. उस समय केवल जीवित व्यक्ति को ही भारत रत्न दिया जाता था.
अपने राजनीतिक और सामाजिक योगदान के लिए सन 1962 में उन्हें भी भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था.
वे बहुत प्रतिभाशाली और विद्वान व्यक्ति थे. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.