नई दिल्ली : विदेश सचिव एस जयशंकर आज से चार दिन की अमेरिका यात्रा पर हैं. वह आज अमेरिका के लिए रवाना होंगे, यात्रा के दौरान वह एच 1 बी वीजा और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर बातचीत कर सकते हैं.
इन दो मुख्य मुद्दों के अलावा कई अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. विदेश सचिव इस यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ सदस्यों के साथ भी चर्चा करेंगे, जिसमें दोनों देशों के परस्पर हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात हो सकती है.
भारत सरकार पहले से ही एच 1 बी वीजा के मुद्दे पर चिंता को लेकर ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के साथ संपर्क में है. जयशंकर अपनी यात्रा के दौरान अमेरिका के सामने यह मत रखेंगे कि भारतीय कंपनियां भी अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं, वह अमेरिकी कपंनियों की प्रतिस्पर्धा बढ़ा रही हैं.
क्या है एच 1 बी वीजा ?
एच 1 बी वीजा एक गैर अप्रवासी वीजा है जो अमेरिका की कंपनियां को इजाजत देता है कि वह उन विशेषज्ञता पेशों में विदेशी कर्मचारियों को काम पर रख सकते हैं जहां विशेष क्षेत्रों में सैद्धांतिक या तकनीकी महारथता की जरूरत होती है. प्रौद्योगिकी कंपनियां हर साल हजारों कर्मचारियों की भर्ती के लिए इस पर निर्भर करती है.
अभी हाल ही में कंसास सिटी में एक भीड़भाड़ वाले बार में एक भारतीय इंजीनियर की नफरत की वजह से हत्या के महज कुछ दिन बाद हो रही इस यात्रा के दौरान भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा भी दोनों पक्षों के बीच चर्चा के दौरान उठने की संभावना है.