लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण का मतदान खत्म हो चुका है. 11 जिलों की 51 सीटों पर शाम 5 बजे तक 57.36 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया है. पांचवें चरण में 1.81 करोड़ मतदाता चुनाव मैदान में उतरे हैं और 607 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जिन जिलों में वोटिंग हो रही है, उनमें अमेठी, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, फैजाबाद और बाराबंकी शामिल हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में पांचवें चरण वाले क्षेत्र में 57.09 फीसद मतदान हुआ था. अति संवेदनशील कई क्षेत्रों में सेना ने फ्लैग मार्च भी किया है. इस चरण में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई मंत्रियों की किस्मत दाव पर लगी है. पांचवें चरण में 12,555 मतदान केंद्रों के 18,822 पोलिंग बूथों पर वोट डाले गए.
इनमें से 1,619 मतदान केंद्र और 2,351 पोलिंग बूथ अति संवेदनशील श्रेणी में चिह्नित भी किए गए थे. निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग ने 905 बूथों पर डिजिटल कैमरे, 978 बूथों पर वीडियो कैमरे लगवाने के साथ 1,792 बूथों पर मतदान की वेबकास्टिंग का इंतजाम किया था.
सबसे ज्यादा वोटर मेंहदावल में संत कबीर नगर के मेंहदावल विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 4,38,106 मतदाता हैं. वहीं सबसे कम वोटर अंबेडकरनगर की टांडा सीट पर हैं जिनकी संख्या 3,04,934 है. अमेठी सीट पर सर्वाधिक 24 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सबसे कम प्रत्याशी सिद्धार्थनगर की कपिलवस्तु और इटावा सीटों पर हैं. इन दोनों सीटों पर छह-छह उम्मीदवार हैं.
अखिलेश सरकार में मंत्री मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद, अकबरपुर से राममूर्ति वर्मा, तरबगंज से विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह, अमेठी से गायत्री प्रसाद प्रजापति, अयोध्या से पवन पांडेय, महादेवा सुरक्षित क्षेत्र से रामकरन आर्य, जलालपुर से शंखलाल मांझी, मटेरा सीट पर यासर शाह और गैसड़ी सीट से शिव प्रताप यादव शामिल हैं.
वहीं दूसरी ओर पांचवें चरण में विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, बसपा प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर, अखिलेश सरकर से बर्खास्त मंत्री राजकिशोर सिंह, पीस पार्टी के मुखिया डॉ.अय्यूब, बसपा सरकार में मंत्री रहे लालजी वर्मा के भाग्य का फैसला होगा.
अगर बात करें साल 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजों की तो इन 51 सीटों पर समाजवादी पार्टी का दबदबा था, जिसके खाते में 36 सीटें गई थीं. जबकि बीजेपी और कांग्रेस ने 5-5 सीटों पर कब्जा जमाया था. बीएसपी को 3 सीटें मिली थी और अन्य के खाते में 2 सीटें गई थीं.