लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में बीजेपी के कम ही ऐसे चेहरे हैं जिन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता हो. महंत आदित्यानाथ उन्हीं में से एक हैं, इसलिए प्रचार में सबसे ज्यादा उन्हीं की जरुरत महसूस की जाती है. लगभग 150 विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक प्रचार कर चुके हैं.
हालांकि चुनाव अब आखिरी पड़ाव की तरफ बढ़ रहा है, ये कहा जाए तो गलत नहीं होगा. ऐसे में क्या है महंत आदित्यनाथ का आकलन ? इन्होंने किस तरह की राजनीति पूरे चुनाव में कर रहे हैं. उनसे बात की हमारे एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया ने.
UP में क्या है आदित्यनाथ का रोल ?
आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया सबका साथ-सबका विकास. हम लोग उसी पर काम कर रहे हैं. केंद्र यूपी में विकास का काम करना चाहती थी लेकिन राज्य सरकार ने ऐसा करने नहीं दिया. राज्य में बिजली नहीं है, सड़क नहीं हैं, डॉक्टर नहीं है. हम लोग इसे बदलना चाहते हैं. यूपी को जनता को ये सब देना चाहते हैं. ये उनकी बुनियादी जरुरत है. विकास का सारा पैसा इन लोगों ने अपनी जेब में रख लिया, या फिर सैफई पहुंचा दिया. हमारी सरकार आएगी तो लोगों को बुनियादी जरुरतें पहुंचाएंगे.
‘हिंदुआों का पलायन राज्य सरकार ने कराया’
आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदुओं का पलायन राज्य सरकार ने करवाया है. इन लोगों ने सांप्रदायिकता फैलाई है. इन लोगों ने नवरात्र और कावड़ में डीजे पर बैन लगाया. हम लोगों ने कुछ नहीं कहा लेकिन मुहर्रम पर डीजे बैन का का कोई ऑर्डर नहीं आया. इस भेदभाव पर हमने आपत्ती जताई थी. रैलियों में लोगो मुझसे कहते थे कि हिंदुओं के इलाके में बिजली नहीं आती, मुसलमानों के क्षेत्र में बहुत बिजली आती थी.
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