नई दिल्ली: फरवरी 2015 में डिप्टी कमांडेट आर के सिंह को शूरवीर सम्मान दिया गया. डिप्टी कमांडेट आर के सिंह यूपी में फिरोजाबाद के रहने वाले है. 1 मिनट में 198 IED ब्लास्ट के बावजूद डटे रहे आर के सिंह को ये सम्मान दिया गया. आज हम आपको बताएंगे शौर्यचक्र से सम्मानित आर के सिंह की कहानी.
आपको बता दें कि ये है क्या केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की स्थापना के दिन से ही इसका इतिहास वीरता भरे कारनामों और शौर्य गाथाओं से भरा हुआ है. केरिपुबल इस प्रकार के कारनामों की बदौलत दिन ब दिन मजबूत होता गया है. यह बल इसकी कार्यप्रणाली और गतिविधियों की दृष्टि से राज्यों के डकैती रोधी ऑपरेशनों और आंतरिक कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्यों मात्र के लिए न केवल पुलिस बल रहा है, अपितु आज इसकी ड्यूटियां आतंकवाद और विद्रोहियों से मुकाबले के लिए इसके मूल कार्यक्षेत्र से परे और अधिक बढ़ती जा रही हैं.
ड्यूटी के लिए दृढ़-निष्ठा की गाथा, कुछ शानदार उपलब्धियां और उल्लेखनीय बलिदानों की दास्तान भविष्य में लंबे समय तक बल के सदस्यों को प्रेरित करती रहेगी. हमें हमारे सभी नायकों, जिनमें कुछ ज्ञात हैं और कुछ अज्ञात हैं, को याद रखना है. हम उन सभी को सलाम करते हैं.
हमारे मानसपटल पर हमेशा ऐसे कई मौके आते हैं जब हम बलिदान, मातृभूमि के लिए स्नेह और इसकी एकता और अखंडता और हमारे अपने कार्मिकों की बहादुरी को याद करते हैं और इनमें से कुछ स्मृतियां कृतज्ञ राष्ट्र की लोकगाथाएं भी बन चुकी हैं, ये सभी इन मौकों पर इसके शूरवीर पुलिस कार्मिकों का स्मरण करते हैं और देश के पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं.