नई दिल्ली: कहते हैं भगवान के लिए भक्त की ओर से सबसे बड़ी भेंट उसकी भक्ति होती है.जिसकी बदौलत वो अपने इष्टदेव की कृपा हासिल करता है.लेकिन एक भक्त ने भगवान को ऐसा उपहार दिया. जिसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है. आज हम आपको तिरुपति बालाजी मंदिर में विराजमान भगवान विष्णु को मिले अनमोल भेंट की तस्वीरें दिखाएंगे.
शायद एक साथ सोने के ऐसे अद्भुत गहने आपने पहले नहीं देखे होंगे.सबसे धनवान भगवान के सामने VVIP भक्त की ये तस्वीर तिरुपति बालाजी मंदिर की है. 22 फरवरी को चंद्रेशखर राव ने भगवान वेंकटेश को करीब 19 किलो सोने का चढ़ावा चढ़ाया. सोने का हार और दोनों तरफ मोदक की तरह दिखने वाली सोने की चमचमाती अशर्फियां.जो सोने की मोटी जंजीर से एक दूसरे से जुड़ी हैं .
लड्डू की तरह दिखने वाला ये सालिग्राम माला. सोने की इस माला का वजन है- 14 किलो 200 ग्राम और कीमत है— 3 करोड़ 70 लाख रुपये. ये है सोने का कंठाहार । 4 किलो 650 ग्राम के इस हार का दाम है1 करोड़ 20 लाख रुपये. 22 फरवरी को विशेष पूजा अर्चना के साथ सीएम चंद्रशेखर राव ने 5 करोड़ के इन गहनों को भगवान बालाजी को चढ़ाया.
22 फरवरी की सुबह चंद्रशेखर राव और उनके परिवार के लोग आंध्रप्रदेश के तिरुपति में तिरुमाला मंदिर पहुंचे. पीछे सोने का शेषनाग.जिसके आगे खड़े हैं सीएम चंद्रशेखर राव साथ में उनकी पत्नी शोभा, बेटी और टीआरएस की सांसद के. कविता और परिवार के दूसरे सदस्य के साथ सुबह सभी ने VVIP दर्शन किए और फिर विशेष पूजा की.
इसके बाद भगवान वेंकटेश को 5 करोड़ के सोने की ज्वैलरी चढ़ाई. इस विशेष पूजा के लिए एक दिन पहले यानी 21 फरवरी को ही चंद्रेशेखर राव अपने परिवार, कुछ मंत्रियों और बड़े अधिकारियों के साथ तिरुपति पहुंच गए. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम यानी टीटीडी के अधिकारी इन्हें गेस्ट हाउस लेकर आए, जहां रात में सभी ने आराम किया.
अगले दिन पूजा-अर्चना की और 5 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया. भगवान वेंकटेश की पूजा के बाद चंद्रशेखर राव परिवार के साथ तिरूचानूर के देवी पद्मावती के मंदिर गए. वहां उन्होंने सोने की नथुनी चढ़ाई.जिसकी कीमत है- 45 हजार रुपये. चंद्रशेखर राव खुद सोना नहीं पहनते हैं लेकिन 5 करोड़ के उनके स्वर्णदान पर सवाल उठने लगे हैं. चर्चा है कि चंद्रशेखर राव ने ये गहने राज्य के बजट से बनवाए गए हैं, न कि खुद के पैसों से.