नई दिल्ली: 50 दिन में सरहद पर 22 शैतानों का शिकार किया जा चुका है. आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं जम्मू-कश्मीर के इंडो-पाक बॉर्डर की हैं. आधी रात में बीएसएफ की ये स्पेशल पेट्रोलिंग टीम खास मकसद से निकली है. मकसद है सरहद पार से आने वाले आतंकियों का शिकार करना है.
ये एनकाउंटर टीम कैसे ढूंढती है अपना शिकार. कैसे करती है आतंकियों का खात्मा, आज हम आपको उसकी एक-एक तस्वीर दिखाने जा रहे हैं.खबर मिली है कि एलओसी पार कर कुछ आतंकी अंदर घुस आए हैं.उनके पास खतरनाक हथियारों का ज़खीरा है. पर आज इन आतंकियों की खैर नहीं.इन्हें चुन चुनकर ठिकाने की पूरी तैयारी है.
साजिश थी देश को दहलाने की. लेकिन हिंदुस्तान की सरहद में घुसते ही बीएसएफ के बहादुरों ने दहशतगर्दों का दम निकाल दिया. कैसे हुआ आतंकियों का एनकाउंटर, अंधेरी रात में सरहद पार से आए शैतानों को कैसे ठिकाने लगाया गया है. आतंक के सौदागरों को जहन्नुम का रास्ता दिखाने के लिए बीएसएफ की टुकड़ी आधी रात में पूरी तैयारी के साथ मोर्चे पर रवाना हुई.
यही है जम्मू-कश्मीर का वो इलाका.राजौरी के केरी सेक्टर के पास.जहां से आतंकी फेंसिंग काट कर घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. लेकिन बीएसएफ के एक जवान ने जब नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध हरकत होते देखी तो फौरन साथी जवानों को सतर्क कर दिया. जिसके बाद शुरू हुई आतंकियों और जवानों के बीच भीषण मुठभेड़. हिंदुस्तान में नापाक कदम रखने का अंजाम क्या होता है.
आतंकी जिसे बॉर्डर पार करने के दौरान फेंसिंग पर ही ढेर कर दिया गया. इसके पास एके-47 राइफल है.और उसके बगल में पड़ा है फेंसिग काटने वाला औजार पर न हथियार काम आया न औजार ऐसा हुआ बीएसएफ का करारा पलटवार. मुठभेड़ की जगह से बरामद ये सामान पाकिस्तान की नापाक साजिश का पोल खोलने के लिए काफी है.