नई दिल्ली : यूपी चुनाव में जीत के लिए हर दल जोर-शोर से प्रचार कर रहा है. राहुल गांधी और अखिलेश यादव लगभग रोज रोड शो या जनसभा कर रहे हैं. लेकिन, इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यूपी से नदारद हैं.
सोनिया गांधी कांग्रेस की स्टार प्रचारक होते हुए भी इस बार यूपी में प्रचार करती नहीं दिखीं. यहां तक कि वह कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में भी नहीं गईं. अपनी गैरमौजूदगी को लेकर सोनिया गांधी ने अमेठी और रायबरेली की जनता के नाम एक चिट्ठी लिखी है.
अमेठी, रायबरेली अभिन्न अंग
इस चिट्ठी में सोनिया गांधी ने जहां यूपी में न आने को लेकर खेद जताया है वहीं, चिट्ठी में मोदी सरकार पर भी जमकर हमला बोला है. बता दें कि सोनिया गांधी के प्रचार के लिए न आने के कई मायने निकाले जा रहे थे. माना जा रहा था कि वह यूपी में कांग्रेस और सपा के गठबंधन से खुश नहीं हैं. लेकिन, अब उन्होंने चिट्ठी लिखकर इस पर सफाई दी है.
सोनिया गांधी ने लिखा है, ‘बहुत चाहते हुए भी कुछ कारणों से इस बार आपके बीच उपस्थित नहीं हो पा रही हूं. कृप्या इसे मेरी निजी चिट्ठी समझें. रायबरेली और अमेठी हमारे जीवन का, हमारे वजूद का एक अभिन्न अंग बन चुके हैं.’
मोदी सरकार पर हमला
इस चिट्ठी में कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार आप लोगों को कल्याणकारी कार्यक्रमों से वंचित रखने की केाशिश कर रही है. ये लोग चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रहे हैं जिसकी कीमत हमारे गरीब भाई बहन चुका रहे हैं.’
सोनिया गांधी ने चिट्ठी में नोटबंदी के फैसले को भी गलत बताया. उन्होंने लिखा कि बजाय अच्छे दिन देने के मोदी सरकार ने आप लोगों के पास जो था वो भी छीन लिया. आपकी जमीन, आपकी नौकरी और अब आपकी खून की गाढ़ी कमाई भी छीन ली. कुर्सी बचाने के लिए ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं.
अंत में सोनिया गांधी ने लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील है. रायबरेली सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है. इस चिट्ठी के जवाब में बीजेपी ने कहा कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस और सपा का गठबंधन असफल हो चुका है.
मोदी सरकार पर हमला