नई दिल्ली : इसरो को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. इसरो ने 400 टन के रॉकेट के लिए भारत के सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया है. कुछ ही दिन पहले इसरो ने अंतरिक्ष में एकसाथ 104 सैटेलाइट्स को लांच करके बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की थी.
इसरो ने बताया कि स्टेज विकास के पहले तीन सीई 20 इंजन छोड़े गए थे जिनमें से दो इंजनों का समुद्र तल में योग्यता परीक्षण किया गया और तीसरे इंजन को काफी ऊचाई में 25 सेकेंड के लिए उड़ाया गया.
इसरो के अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने कहा, जीएसएलवी एमके 3 के लिए क्रायोजेनिक का उच्च स्तर का पूर्णकालिक उड़ान परीक्षण सफल रहा. उन्होंने बताया इससे जीएसएलवी मार्क 3 सी-25 उपग्रह के प्रक्षेपण का रास्ता साफ होगा. अप्रैल में इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा.
तमिलनाडु के तिरनेल्वेल्ली जिले के महेन्द्रगिरी स्थित ISRO प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में इस शक्तिशाली इंजन का परीक्षण किया गया. इससे पहले सभी प्रणालियों की पुष्टि करने के लिए सी25 स्टेज ने 25 जनवरी 2017 को 50 सेकेंड के लिए सफल उड़ान भरी थी.