नई दिल्ली : देश के 5 राज्यों में मार्च से पोस्ट ऑफिस में पासपोर्ट बनने शुरू हो जाएंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. उन्होंने लिखा है कि ‘हमारी कोशिशों के चलते पहले फेस में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र 31 मार्च से पहले काम करने लगेंगे. पहले फेस में राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक और झारखंड के पोस्ट ऑफिस शामिल हैं.
राजस्थान के कोटा, जैसलमेर, बीकानेर, झुंझुनू और झालावाड़ में, पश्चिम बंगाल के आसनसोल, नदिया, नॉर्थ दिनाजपुर और नॉर्थ कोलकाता में, झारखंड के देवघर, जमशेदपुर और धनवाद में कर्नाटक के बेलगाम, दवांगेर, हासन, गुलबर्ग और मैसूर और तमिलनाडु के सालेम और वेल्लोर में मार्च से पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया जा सकता है.
बता दें कि 25 जनवरी से कर्नाटक के मैसूर और गुजरात में दाहोद के दो प्रधान डाकघरों में इसका पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया. पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद इस योजना के तहत प्रोसेसिंग से लेकर डिलिवरी तक का सारा काम डाकघर से होगा. ये पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र कहे जाएंगे. योजना के तहत पहली बार डाक विभाग को पासपोर्ट एक्ट के तहत अधिकार दिए जा रहे हैं.
बता दें कि अभी पासपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी देश भर में फैले 38 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों तथा उनसे संबद्ध 89 पासपोर्ट सेवा केंद्रों (पीएसके) पर है. पीएसके का संचालन निजी भागीदारी में टाटा समूह की कंपनी टीसीएस द्वारा किया जाता है, जो पासपोर्ट आवेदकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं सेवाएं उपलब्ध कराती है.
बता दें कि पासपोर्ट अभियान के तहत जल्द ही मध्य प्रदेश के इंदौर, राजस्थान में उदयपुर, पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी और महाराष्ट्र के शोलापुर में एक-एक कर कुल चार पीएसके खोले जाएंगे. इसके अलावा पासपोर्ट आवेदनों को तेजी से निपटाने के लिए देशभर में पासपोर्ट शिविर भी लगाए जाएंगे.