नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के कुल एक हजार स्पॉट RSS की दिल्ली प्रांत की इकाई ने चुने हैं, जहां उनके 5-5 स्वंयसेवक कल यानी 19 फरवरी को आपको मिलेंगे और गुजारिश करेंगे कि आप उनकी किताबों को पढ़ें. दरअसल 19 फरवरी के दिन RSS की दिल्ली इकाई साहित्य प्रसार दिवस के रूप में मनाने जा रही है.
इसलिए पूरी दिल्ली में RSS के पांच हजार स्वंयसेवक कल सड़कों पर उतरेंगे और दिल्ली के अलग अलग इलाकों में एक हजार जगहों पर मौजूद रहेंगे. पचास हजार के आसपास किताबों को बेचने की योजना है. इनमें से ज्यादातर किताबें राष्ट्रवाद, भारतीय संस्कृति, ऐतिहासिक नायकों और संघ जैसे विषयों पर होंगी.
RSS को लगता है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट के युग में युवा ना केवल किताबों से दूर हो रहा है बल्कि तमाम गलत जानकारियां भी उसे फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्स एप्प के जरिए मिल रही हैं, ऐसे में सही उद्देश्य से पुख्ता जानकारी के साथ लिखी गई किताबें उनको ठीक तरह से गाइडेंस दे सकती हैं. इसके लिए हजारों किताबों की लिस्ट बनाई गई हैं, जिनमें शामिल हैं- RSS- एक परिचय, रामायण फॉर स्टूड़ेंट्स, महाभारत फॉर स्टूडेंट्स, परिवार प्रबोधन और शिवाजी, अम्वेडकर और गुरु गोविंद सिंह जैसे नायकों के जीवन चरित.
RSS ने इन 1000 लोकेशंस की लिस्ट बनाते वक्त ना केवल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स बल्कि मशहूर पब्लिक प्लेसेज को भी तरजीह दी है. किताबों के सलेक्शन में भी हर एज ग्रुप और जेंडर का ध्यान रखा है. कोशिश ये की गई है कि अच्छी किताबें कम से कम पैसों में नो प्रॉफिट नो लॉस के नियम के आधार पर लोगों को मिलें.
इन एक हजार जगहों के अलावा RSS कार्यकर्ताओं की इस दिन डोर टू जोर कैम्पेन चलाने की भी योजना है. कई सालों से RSS कई बुकफेयर्स में भी सहयोगी प्रकाशनों के जरिए स्टाल लगाकर राष्ट्रवादी साहित्य को बढ़ावा देता रहा है.