मुंबई: बीएमसी चुनाव को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने निशाना साधा है. शरद पवार ने कहा है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को राज्यपाल को चिट्ठी लिखनी चाहिए कि वह बीजेपी को दिया समर्थन वापस ले रहे हैं. उन्हें सीधे सामने आना चाहिए.
पवार ने आगे कहा कि अगर शिवसेना महाराष्ट्र से समर्थन वापस लेती है तो अल्पमत में आई देवेंद्र फड़णवीस सरकार को उबारने के लिए एनसीपी उनका समर्थन नहीं करेगी. वहीं ठाकरे ने एनसीपी पर विश्वास न होने की बात कही थी, इसके जवाब में शरद पवार ने कहा है की हमारी पार्टी को किसी के भी विश्वास की सर्टिफिकेट देने की जरुरत नहीं है. लेकिन सबसे पहले ठाकरे को राज्यपाल को पत्र लिखकर फडणवीस सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान करना चाहिए.
पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को दो साल से ज्यादा हो गया लेकिन अभी तक उन्होंने कुछ नहीं किया है, लोग रोजगार के लिए भटक रहे हैं. लोगों ने बीजेपी को समर्थन किया था कि उन्हें भ्रष्टाचार, काला धन और बेरोजगारी से मुक्ती मिलेगी, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार ने उन लोगों के लिए कुछ नहीं किया है. ऐसे में सरकार बनाने का समर्थन का फैसला हम ले ही नहीं सकते.
शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर भी विरोध दर्ज किया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने बड़े पैमाने पर छोटे उद्योगों को प्रभावित किया, रोजगार घटा. इस फैसले गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. नोटबंदी को 100 से ज्यादा दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक हालात नहीं सुधरे हैं. ज्यादातर एटीएम में पैसे नहीं हैं. इधर रोजगार की गति भी कम हो गई है.