चेन्नई: तमिलनाडु की सियासत के लिए आज का दिन बेहद खास है. आज नए मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी विधानसभा में सुबह 11 बजे अपना बहुमत साबित करेंगे. बहुमत साबित करने से ठीक पहले एक और विधायक ने पलानीसामी का साथ छोड़ दिया है.
खबर आ रही है कि उत्तर से विधायक अरुण कुमार ने इदापड्डी पलानीसामी का खेमा छोड़ने का ऐलान कर दिया है. साथ ही अरुण कुमार ने मतदान से दूर रहने का फैसला भी लिया है. पलानीसामी को तमिलनाडु के 234 सदस्यों वाले विधानसभा में बहुमत के लिए 118 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. वहीं पलानीसामी ने 124 विधायकों के समर्थन का दावा किया है.
इससे पहले शशिकला खेमे को शुक्रवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा है जब पार्टी के विधायक और राज्य के पूर्व डीजीपी, आर नटराज ने सीएम के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की ऐलान किया.
पलामीसामी के विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम मुसीबत खड़ी कर सकते हैं. पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके विधायकों से पलानीस्वामी के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की अपील की है. उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि विधायकों को परिवार राज का समर्थन नहीं करना चाहिए. उन्होंने आगे यह भी कहा कि विश्वास प्रस्ताव का समर्थन दिवंगत प्रमुख जे जयललिता और उनको वोट देने वालों को धोखा देने के बराबर ही होगा.
बता दें कि वीके शशिकला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में 4 साल की सजा हो गई है. जेल जाने से पहले शशिकला ने पलानीसामी को विधायक दल के नेता बनाया गया था. इसके बाद राज्यपाल ने गुरुवार को पलानीसामी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई थी. शपथ दिलाने के 15 दिन के अंदर राज्यपाल ने बहुमत साबित करने का समय दिया था. हालांकि पलानीसामी आज ही विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का फैसला लिया है.