नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी से निष्कासित राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने दावा किया है कि जया प्रदा को रामपुर से चुनाव लड़ाने का फैसला आज़म खान का था. आज़म खान ने 2004 में कहा था- ‘रामपुर में नूरबानो को हराने के लिए मुझे हूरबानो मिल गई है.’
इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया के साथ खास मुलाकात में अमर सिंह ने मुलायम परिवार में झगड़े से लेकर आज़म खान से अपनी अदावत जैसे मुद्दों पर बिंदास जवाब दिए.
‘मैं गंजा हूं तो हूं’
आज़म खान की टिप्पणियों का जवाब देते हुए अमर सिंह ने कहा- ‘आज़म खान मुझे गंजा जानवर कहते हैं. दुबई में जिस डॉक्टर सादिक से आजम खान ने अपने सिर पर बाल लगवाए हैं, उनसे मैं भी लगवा सकता हूं, लेकिन मुझे इसकी ज़रूरत नहीं है. मैं गंजा हूं तो हूं.’
जया प्रदा के मुंह से मेरी तारीफ आजम को हजम नहीं हुईः अमर
अमर सिंह के मुताबिक, जया प्रदा को रामपुर से चुनाव लड़ाने का फैसला आजम खान ने लखनऊ के सहारा शहर में हुई एक पार्टी में खुद किया था. अमर सिंह ने दावा किया कि ‘रामपुर से चुनाव जीतने के बाद जो जश्न हुआ, उसमें जया प्रदा ने मेरी कुछ ज्यादा ही तारीफ कर दी. इसी के बाद रामपुर के शमशेर (आजम) ने शमशीर (तलवार) मेरी गर्दन पर तान दी.’
‘आजम, रामगोपाल, नरेश अग्रवाल ने अखिलेश को भड़काया’
अमर सिंह का कहना है कि मुलायम ने उनका हमेशा मान-सम्मान किया, लेकिन रामगोपाल यादव, आज़म खान और नरेश अग्रवाल ने अखिलेश यादव को उनके खिलाफ भड़काया.
मैं कंस नहीं, अखिलेश का गुरु द्रोणाचार्यः अमर सिंह
अमर सिंह ने कहा कि उन्हें अब कंस मामा कहा जा रहा है, लेकिन वो कंस नहीं, बल्कि अखिलेश के गुरु द्रोणाचार्य हैं. उन्होंने कहा- ‘अखिलेश को ऑस्ट्रेलिया मैं लेकर गया, अखिलेश की पहली नौकरी भी मैंने लगवाई, अखिलेश को पहली बार चुनाव का टिकट मैंने दिलवाया, अखिलेश को समाजवादी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष मैंने बनवाया और अखिलेश की डिंपल से शादी भी मैंने करवाई, जबकि मुलायम तो अखिलेश की शादी के सख्त खिलाफ थे.’