UP चुनाव: दूसरे चरण में BSP ने उतारे सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार, वहीं BJP ने…

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों से जुड़े कुछ हैरान करने वाले आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे चरण के चुनावों में भाग लेने वाले बीएसपी के 67 प्रत्याशियों में से 25 (37%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

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UP चुनाव: दूसरे चरण में BSP ने उतारे सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार, वहीं BJP ने…

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  • February 14, 2017 4:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों से जुड़े कुछ हैरान करने वाले आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे चरण के चुनावों में भाग लेने वाले बीएसपी के 67 प्रत्याशियों में से 25 (37%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं एसपी के 51 प्रत्याशियों में 21 (41%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
 
 
बीजेपी के 67 प्रत्याशियों में 16 (24%), कांग्रेस के 18 प्रत्याशियों में 6 (33%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बात करें निर्दलीय प्रत्याशियों की तो 206 निर्दलीय प्रत्याशियों में 13 (6%) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.
 
 
अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा करने वाले कुल 107 प्रत्याशियों में से 66 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे संगीन मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है. इन 66 प्रत्याशियों में बीएसपी के 17 प्रत्याशी (25%), बीजेपी के 10 प्रत्याशी (15%), एसपी के 17 प्रत्याशी (33%), कांग्रेस के 4 प्रत्याशी (22%), आरएलडी के कुल 52 प्रत्याशियों में 6 प्रत्याशी (12%) और 12 निर्दलीय प्रत्याशी (6%) शामिल हैं.
 
 
इनमें से 6 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होंने अपने ऐफ़िडेविट में इस बात की जानकारी दी है कि उनके खिलाफ हत्या के मामले हैं. जबकि 15 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ धारा 307 के तहत हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं. इनमें से 7 प्रत्याशियों ने इस बात की जानकारी दी है कि उनके खिलाफ अपहरण, फिरौती के मामले दर्ज हैं. इसके अलावा इन प्रत्याशियों में से 5 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ दहेज के लिए हत्या, महिला के साथ शोषण जैसे मामले दर्ज हैं.
 
 
शैक्षिक योग्यता की बात करें तो दूसरे चरण में चुनावी मैदान में उतरे 277 यानी 39 फीसदी उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता पांचवीं से 12वीं पास है. 310 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा होने की बात कही है. वहीं 11 उम्मीदवारों ने खुद को निरक्षर बताया है. दूसरे चरण में सिर्फ 69 (10%) महिलाएं चुनावी मैदान में हैं. 
 
 
सपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां(रामपुर) और पहली बार चुनाव लड रहे उनके पुत्र अब्दुला आजम(स्वार), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जफर अली नकवी के बेटे सैफ अली नकवी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद(तिलहर) और बीजेपी विधान दल(शाहजहांपुर नगर) के नेता सुरेश खन्ना शामिल हैं.

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