नई दिल्ली: मध्य प्रदेश व्यापमं भर्ती घोटाले में सीबीआई को एक बड़ी सफलता मिली है. सीबीआई ने 6 राज्यों के 100 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज और कोचिंग सेंटर्स के करीब साढ़े 9 लाख छात्रों के रिकॉर्ड्स को खंगालने के बाद 121 फर्जी उम्मीदारों की पहचान कर ली है.
सूत्रों के मुताबिक, CBI की टीम ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और बिहार के सैकड़ों मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल कोचिंग सेंटर्स से संपर्क किया. इस घोटाले में हजारों छात्रों ने साल 2009 और 2010 में छात्रों ने प्री-मेडिकल टेस्ट (PMT) और प्री-पीजी (मेडिकल) की परीक्षा दी थी. इस बात का खुलासा बाद में हुआ कि इन सभी ने ऑनलाइन फॉर्म में फर्जी डिटेल्स और फोटोग्राफ का इस्तेमाल किया था.
सॉफ्टवेयर की मदद से फोटो और हस्ताक्षर की पहचान
सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक इन 121 फर्जी परीक्षार्थियों का के बारे में पता लगाने के लिए फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया गया. जांच एजेंसी के लिए PMT और प्री-पीजी फॉर्म्स की फोटो को मिलाना बिल्कुल आसान नहीं था. काफी कड़ी मेहनत के बाद टीम ने साढ़े 9 लाख स्टूडेंट्स में से 121 फर्जी उम्मीदवारों की पहचान की. सूत्रों की माने तो प्रश्नपत्र और ऑनलाइन ओएआर/मार्कशीट्स से सिग्नेचर मिलाना और अंगूठे के निशान की जांच केंद्रीय फ़रेंसिक साइंस की प्रयोगशाला में किया गया.
28 की तलाश अभी भी जारी
सीबीआई के सूत्रों की मानें तो 121 विद्यार्थियों को पहले ही ट्रैस किया जा चुका है. सभी छात्र पिछले तीन महिने में पूछताछ का हिस्सा बन चुके हैं. इसमें से 73 एजेंसी के सामने आ चुके हैं और पूछताछ के बाद 20 पर नोटिस भी जारी किया जा चुका है. सीबीआई 28 और फर्जी उम्मीदवारों की तलाश कर रही है क्योंकि ऑनलाइन फॉर्म में उन्होंने गलत पता दिया था.
गौरतलब है कि व्यापमं घोटाले का खुलासा 2013 में हुआ था. पुलिस ने एमबीबीएस की भर्ती परीक्षा में बैठे कुछ फर्जी छात्रों को रंगे हाथ पकड़ लिया. गिरफ्तार हुए सभी छात्र दूसरे छात्रों के नाम पर परीक्षा दे रहे थे. जांच के बाद पता चला कि प्रदेश में कई सालों से यह बड़ा रैकेट चल रहा है. जो फर्जीवाड़ा कर छात्रों को एमबीबीएस में इसी तरह एडमिशन दिलाता है. 2015 से व्यापमं भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है. सीबीआई संदिग्ध भूमिका वाले 402 लोगों को भी खोज निकाला है. इसके अलावा एजेंसी ने 170 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है, जिनमें से 74 लोगों के खिलाफ चार्जशीट और फाइनल रिपोर्ट भी दर्ज की जा चुकी है.