बदायूं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-मुसलिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक रैली को संबोधित करते हुए विवादों में घिर गए हैं. ओवैसी ने रैली के दौरान एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए रेप पीड़िताओं का नाम लोगों के सामने ले लिया. जो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है.
ओवैसी ने बदायूं सदर सीट से प्रत्याशी खालिद परवेज के लिए वोट अपील के दौरान कहा कि एमनेस्टी इंटरनेशनल रिपोर्ट ने साल 2013 में महिला के साथ मुजफ्फरनगर में जिसका रेप हुआ, उसकी पीड़ा को लोगों के सामने रखा था इसके बाद सात पीड़ितों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
ओवैसी ने उस घटना का जिक्र करते हुए पीड़िता का नाम तीन बार लिया, उन्होंने कहा कि एक महिला का तो उसके चार साल के बेटे के सामने रेप किया गया, महिला का रेप होता रहा और बच्चा रोते-रोते बेहोश हो गया.
ओवैसी ने रिपोर्ट के अनुसार बताया कि दबंगों ने महिला के बच्चे को बंदूक की नोक पर रखा हुआ था और फिर उसकी मां के साथ रेप किया, उन बच्चे को जान से मारने की धमकी दी गई. उन्होंने कहा कि वहीं एक अन्य रेप पीड़िता के पति ने बताया कि उसे अभी तक किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली.