नई दिल्ली: ठीक 3 दिन बाद हिंदुस्तान की स्पेस एजेंसी इसरो इतिहास रचने जा रही है. इसरो के वैज्ञानिक कुछ ऐसा करने जा रहे हैं कि पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर जम गई हैं. अमेरिका, रूस, चीन सब के सब भारत की तरफ ताक रहे हैं.
यहां तक की अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिक भी उसी पल के इंतजार में है. जब भारत इतिहास रचेगा..जी हां, इसबार भारत अंतरिक्ष में बहुत लंबी छलांग लगाने जा रहा है.जिससे नासा का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी टूट जायेगा.
जिसके बारे में दुनिया ने सोचना भी शुरू नहीं किया था. वो कमाल हिंदुस्तान ने कर दिखाया..ना केवल कर दिखाया बल्कि आज पूरी दुनिया अंतरिक्ष में उपग्रह भेजने के लिए हिंदुस्तान के सामने लाइन लगाकर खड़ी है. ये सब कैसे मुमकिन हुआ और कैसे हिंदुस्तान ने फैहराया अंतरिक्ष में तिरंगा.
अंतरिक्ष के बाजार पर आज हिंदुस्तान सबसे बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा है. अरबों डॉलर के इस बाज़ार पर कब्जा करने में हिंदुस्तान की सबसे बड़ी मदद की मंगल मिशन की सफलता ने. दुनिया भर में अभी तक जितने भी मंगल मिशन हुए हैं.
हिंदुस्तान ने पहली बार मंगल मिशन में सफलता हासिल की है और दुनिया का सबसे सस्ता मंगलयान बनाकर पूरी तरह दुनिया को चौंका दिया. भारत ने दुनिया का सबसे सस्ता मंगलयान जरुर बनाया लेकिन तकनीक और कामकाज के मामले में ये मंगलयान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मंगलयानों में से एक है.
हिंदुस्तान का ये मंगलयान कई मामलों में दुनिया के दूसरे मंगलयानों से बिल्कुल अलग और बेहद उन्नत है.क्या है इसमें खास आइये देखते हैं.