इटावा: नाराजगी के बाद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार से शुरूआत कर दी है. उन्होंने अपने चुनावी सभा में अपने भाई शिवपाल यादव के पक्ष में वोट मांगे. उन्होंने रैली ना तो अपने पुत्र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उनकी सरकार का और ना ही सपा-कांग्रेस गठबंधन का नाम लिया. उन्होंने कहा कि राज्य का यह बहुत महत्वपूर्ण है, खास तौर पर मेरे और मेरे भाई शिवपाल सिंह यादव के लिए.
आज के युवा ही सपा की असली ताकत हैं और राज्य के सबसे ज्यादा नौजवान सपा के साथ ही हैं. समाजवादी पार्टी के बारे में जो भूमिका लिखी गई है, उस पर जाने की जरूरत नहीं है. सपा सरकार ने ही सबसे ज्यादा नौजवानों को रोजगार दिया और जिन नौजवानों को नौकरी नहीं दे पाए उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया है.
सपा संरक्षक ने कहा कि हमारी सरकार ने लड़कियों को कन्या विद्याधन दिया. लेकिन उन्होंने अपने भाषण के दौरान ना तो अखिलेश यादव का नाम लिया और ना ही सपा-कांग्रेस के साथ गठबंधन का नाम लिया. उन्होंने रैली में किसी भी विपक्षी दल या नेता की आलोचना भी नहीं की. उन्होंने कहा कि सपा ने महिलाओं को सबसे ज्यादा सम्मान दिया और पार्टी ने महिलाओं को सबसे अधिक चुनाव में टिकट दिए.
मुलायम ने कहा कि सपा के साल 2012 के चुनाव के घोषणापत्र का दूसरे लोग बहुत मजाक उड़ाते थे लेकिन हमारी पार्टी की सरकार ने वह भी कार्य को पूरा करके दिखाया. मुलायम ने कहा कि सपा सरकार ने ऐसे प्रयास किए हैं जो कि बिमारी से किसी भी इंसान की मौत न हो. चाहें वो किसी भी तबके का क्यों न हो. हमारी सरकार ने किसानों के हक में कानून बनाए.