भोपाल: ATS ने मध्य प्रदेश के चार शहरों से 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी अवैध एक्सचेंज के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे थे. इनमें से 5 लोगों को ग्वालियर से और 3 लोगों को भोपाल से गिरफ्तार किया गया है. जबकि जबलपुर से 2 और सतना से 1 गिरफ्तारी हुई है.
गिरफ्तार लोगों में से एक आरोपी एक नेता का भाई बताया जा रहा है. एटीएस के मुताबिक जम्मू में दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद इस नेटवर्क की तलाश की जा रही थी. अवैध एक्सचेजों के जरिए ये लोग बाहर से आने वाले इंटरनेट कॉल को लोकल कॉल में बदल देते थे. जिससे फोन करने वाले की पहचान छुप जाती थी.
ये पूरा नेटवर्क आईएसआई के इशारे पर हवाला के जरिए लेन देन भी कर रहा था. एटीएस को शक है कि इनके माध्यम से सेना से जुड़ी सुचनाएं भी ISI तक पहुंचाई जा रही थी. सीनियर अफसर बनकर फौजियों को फोन किया जाता था और सुचना जुटाई जाती थी.
छापेमारी के दौरान ATS ने मौके से भारी मात्रा में चाइनीज उपकरण बरामद किए साथ ही अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड भी मिले. बताया जा रहा है कि इस जासूसों को बलराम नाम का शख्स फंडिंग कर रहा था. ATS मध्यप्रदेश के बाहर भी इस नेटवर्क की जांच कर रहा है.
कैसे काम कर रहा था नेटवर्क ?
बड़े पैमाने पर नॉन CLI एक्सचेंज चलाए जा रहे थे
इंटरनेट कॉल को लोकल सेल्युलर या लैंडलाइन कॉल में बदल देते थे
एक्सचेंज के जरिए कॉलर की पहचान छिपा ली जाती थी
हवाला नेटवर्क, लॉटरी फ्रॉड और ओवरसीज़ हैंडलर्स के लिए काम
बाहर के लोग अपनी पहचान छिपाते हुए इंडिया में कॉन्टेक्ट कर रहे थे