लखनऊ: बीजेपी ने यूपी में अपने एक नए कैम्पेन में शायद ये तय कर दिया है कि अगर यूपी मे बीजेपी के सरकार बनने के आसार नजर आए तो वो पांच चेहरे कौन होंगे जो उनके मुख्यमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं. कम से कम इस एड कैम्पेन को कोई भी देखेगा तो यही अनुमान लगाएगा.
इस एड में बीजेपी की तरफ से यूपी इलेक्शन कैम्पेन में सात टॉप चेहरों की तस्वीरें लगाई गई हैं, जिनमें शामिल हैं नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, कलराज मिश्र, उमा भारती और केशव प्रसाद मौर्या.
अगर नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का चेहरा इसमें से कम कर दिया जाए तो ये माना जा सकता है कि बाकी के पांच चेहरों में से चुना जाएगा बीजेपी का यूपी सीएम? अगर वाकई में ऐसा है तो ना जाने कितने चेहरे जो उम्मीद लगाए बैठे हैं उनकी सपनों पर तो पानी फिर जाएगा.
महेश शर्मा से लेकर रमाशंकर कथेरिया तक, श्रीकांत शर्मा से लेकर वरुण गांधी तक और तमाम पूव अध्यक्षों, वर्तमान उपाध्यक्षों, महासचिवों और बाहर से आए बड़े दिग्गजों को एक सिरे से बीजेपी ने खारिज कर दिया है. जिनमें से कई ने अपना नाम सीएम पद के लिए मीडिया में खुद ही उछलवाया था. सीएम पद की बात ना भी करें, अगर बड़े नामों को ही इन चेहरों में पोस्टर पर दिखाया जाना था तो यूपी इलेक्शन के दोनों प्रभारियों ओम प्रकाश माथुर और सुनील बंसल को क्यों नहीं जगह दी गई?
दरअसल ये कैम्पेन सपा-कांग्रेस के उस कैम्पेन का जवाब है, जिसमें अखिलेश और राहुल के एक साथ पोस्टर्स पर सलमान की फिल्म सुलतान के गाने के मुखड़े से प्रेरित लाइन लिखी गई है. यूपी को ये साथ पसंद है. पिछले हफ्ते बीजेपी के कुछ उत्साही कार्य़कर्ताओं ने एक पोस्टर सोशल मीडिया पर इन सात नेताओं के फोटो एक साथ लगाकर शेयर करना शुरू कर दिया, कैच लाइन दी-यूपी को ये सात पसंद हैं.
हमने यूपी बीजेपी के प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन से उस वक्त इस बारे में कनफर्मेशन लेने के लिए बात भी तो उन्होंने कहा, ‘’ये ऑफीशियल कैम्पेन नहीं है, बीजेपी ने कोई सात चेहरों को लांच करने का ऐसा कोई कैम्पेन शुरू नहीं किया, ये काम कुछ उत्साही कार्य़कर्ताओं का हो सकता है”.
लेकिन एक हफ्ता नहीं बीता कि उन्हीं सातों के कार्टून चित्रों के साथ उसी कैचलाइन के साथ यूपी बीजेपी के ऑफीशियल ट्विटर एकाउंटर पर ये एड जारी कर दिया गया, साथ में उसी तस्वीर में अखिलेश और राहुल के कैम्पेन की तस्वीर भी लगा दी गई है, जिसमें वो निराश बैठे दिख रहे हैं. लेकिन इस एड के आने के बाद अब ये बहस शुरू हो गई है कि क्या मोदी और अमित शाह के बाद जो पांच चेहरे इस पोस्टर में हैं, उनमें से ही कोई यूपी का सीएम बनेगा? हालांकि उसके लिए बीजेपी को बहुमत मिलना भी जरूरी है.