नई दिल्ली. आधार कार्ड बनाने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानी यूआईडीएआई ने फर्जी पहचान पत्र जारी करने वाली 12 वेबसाइट और इतने ही ऐप के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके अलावा 26 और वेबसाइट भी प्राधिकरण के रडार पर हैं.
हालांकि प्राधिकरण की ओर से किसी भी इस मामले में किसी भी आरोपी नहीं बनाया गया है. लेकिन ऐसी सभी वेबसाइट और ऐप जो आधार कार्ड से संबंधित जानकारी, जनरेशन जैसी सुविधाएं दी रही थीं.
प्राधिकरण की ओर से कहा गया है कि इनमें से किसी भी को भी ऐसी सेवाएं देने के लिए कानूनी तौर पर सहमति नहीं दी गई थी लेकिन ये सभी ऐप और वेबसाइट आधार से संबंधित डाटा भी इकट्टा और जानकारिया मुहैया करवा रहे थे.
आपको बता दें कि ऐसी कार्रवाई की यूआईडीएआई की ओर से पहली बार नहीं की गई है. अप्रैल 2016 में भी प्राधिकरण ने फ्लिपकार्ट, अमेजन, ई-बे जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट आधार से संबंधित जानकारी इकट्ठा करने पर रोक लगा दी थी.
आपको कोई भी शख्स जिसको आधार नंबर मिला हुआ वह ऑनलाइन पोर्टल
http://eaadhaar.uidai.gov.in/ से फ्री में आधार से संबंधित प्रिंटआउट निकाल सकता है. सरकार के लिए अब आधार के डाटाबेस को सुरक्षित रखना बड़ी चुनौती बन गया है.
इसका सबसे बड़ा यह है कि कारण इसी साल जनवरी में सरकार ने कैशलेस अभियान को बढ़ावा देने के लिए ‘आधार पे’ की सुविधा शुरू की है. जिसमें आप अपने बैंक अकाउंट को आधार नंबर से जोड़कर ऑनलाइन लेन-देन शुरू कर सकते हैं.
इसके अलावा ‘भीम’ नाम का भी ऐप शुरू किया है जिसमें आधार नंबर का इस्तेमाल कर लेन-देन शुरू किया जा सकता है.
इसके अलावा भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण यानी ट्राई भी मोबाइल धारकों की पहचान के लिए आधार कार्ड संख्या के ही इस्तेमाल पर विचार कर रहा है.
अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में आधार कार्ड भारत में कितना महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है और सुरक्षा के लिहाज से भी यह मामला कितना संवेदनशील हो गया है.