नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले चरण में बीजेपी की ओर से सबसे ज्यादा ‘दागी’ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. वहीं बसपा ने सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है. ये खुलासा हुआ है यूपी इलेक्शन वॉच और एडीआर की एक रिपोर्ट से.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में चुनावी दावेदारी पेश करने वाले कुल 839 उम्मीदवारों में से 168 उम्मीदवार दागी हैं. उम्मीदवारों की ओर से चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में ये जानकारी दी गई है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और यूपी इलेक्शन वॉच के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण की 73 सीटों पर 839 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें से 836 के हलफनामों का ब्यौरा जारी किया है जिसके अनुसार भाजपा के 73 प्रत्याशियों में से 29 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. यानि बीजेपी के 40 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वहीं दूसरी ओर बसपा के 73 में से 38 फीसदी यानी 28 प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले, समाजवादी पार्टी के 51 प्रत्याशियों में से 15 यानी 29 फीसदी के खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
मालदार नेताओं की बात करें तो पहले चरण में कुल 14 प्रतिशत प्रत्याशियों की संपत्ति पांच करोड़ से ज्यादा है, जबकि 12 फीसदी लोगों की आय दो से पांच करोड़ तक है. इस लिस्ट में बसपा ने बाजी मारी है. बसपा के 73 में से 66 प्रत्याशी करोड़पति हैं. जबकि बीजेपी के 61 प्रत्याशी, सपा के 51 में से 40 प्रत्याशी और कांग्रेस के 24 में से 18 प्रत्याशी करोड़पति हैं.
पहले चरण के कुल 839 उम्मीदवारों में से 48 फीसदी ऐसे हैं जिन्होंने कक्षा पांच से 12वीं तक ही पढ़ाई की है. लिस्ट में 15 अशिक्षित उम्मीदवार भी शामिल हैं. कुल उम्मीदवारों में सिर्फ 8.4 फीसदी महिला उम्मीदवारों को जगह मिल पाई है. पहले चरण में 70 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं.