नई दिल्ली: कौन हैं ये मोदी के जासूस और सरहद पार से आने वाले शैतानों का ये कैसे करेंगे सर्वनाश. ये कंटीली बाड़ जो दोनों देशों के बीच खिंची लक्ष्मण रेखा है.अब इस खंभे को देखिए. ये कोई स्ट्रीट लाइट नहीं बल्कि बॉर्डर पर तैनात इलेक्ट्रॉनिक जासूस है.
एक ऐसा जासूस जो सरहद पार होने वाली हर हलचल पर पैनी नजर बनाए हुए है. ऐसे एक नहीं कई जासूस तैनात हैं यहां. सबकी नजरें चौकस. और यहां देखिए फेंसिंग के बिल्कुल करीब अपनी पोस्ट पर तैनात ये जांबाज सिपाही. जो इलेक्ट्रॉनिक जासूस का संकेत पाते ही ऐक्शन के लिए तैयार है. और अब इधर नजर डालिए.
आपको बता दें कि ये पंजाब का वो इलाका है जहां से अक्सर पाकिस्तानी घुसपैठियों के आने का खतरा बना रहता है.पिछले साल यहीं पर उज नदी के रास्ते आतंकियों ने घुसपैठ कर पठानकोट हमले को अंजाम दिया था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि इस पूरे इलाके को कुछ इस तरह सील कर दिया गया है कि अगर कोई आतंकी आसपास भी नजर आया तो यहां तैनात इलेक्ट्रॉनिक जासूस अलार्म बजा देंगे और फिर उस घुसपैठिए का बचना नामुमकिन हो जाएगा.
अलार्म बजते ही यहां मौजूद जवान फौरन हरकत में आ जाएंगे.देखिए कहां कहां तैनात हैं ये जवान कोई फेंसिंग के पास इस ऊंचे पोस्ट पर है. कोई बंकर की आड़ में छिप कर नजर गड़ाए हुए है.सिर्फ सिग्नल का इंतजार है और कार्रवाई शुरू हो जाएगी. सरहद पर मुस्तैद ये जासूस वक्त आने पर कैसे घुसपैठियों की गर्दन पकड़ेंगे ये इस एनिमेशन से समझिए.
अंधेरी रात में फेंसिंग के पास आती ये संदिग्ध गाड़ी.जिसमें आतंकी सवार हैं.इसमें से निकलकर दो आतंकी किसी खतरनाक मंसूबे के साथ दबे पांव फेंसिंग की ओर बढ़ते हैं.इनका इरादा है फेंसिग पार कर भारत में घुसपैठ करना.सरहद पर पहुंचकर इन आतंकियों ने वहां लगी बाड़ को काटना शुरू कर दिया.तैयारी ऐसी है कि कुछ ही मिनटों में ये दहशतगर्द हिन्दुस्तान की सीमा में दाखिल हो सकते हैं.