पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट को निराशाजनक करार दिया है. उन्होंने कहा है कि हमें सरकार से उम्मीद थी कि बिहार के लिए कुछ होगा लेकिन कुछ भी नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि बजट से उन्हें काफी निराशा मिली है. इस बजट में कोई ठोस बात नहीं की गई. साथ ही केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कुछ राहत नहीं दी है. सत्ता में आने से पहले जो किसानों से जो वादे किए थे, उन पर एक कदम भी अभी तक आगे नहीं बढ़े.
बिहार सीएम ने कहा कि बजट में नोटबंदी से कितना फायदा हुआ, कितना नुकसान हुआ, इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई. नोट बंदी पर मैंने सरकार का समर्थन किया था, इसलिए मुझे जवाब चाहिए. बस डिजिटल ट्रांजेक्शन और कैशलेश की बातें की जा रही है. जबकि हर कोई जानता है कि देश में सौ फीसदी कैशलेश और डिजिटल ट्रांजेक्शन पूरी तरह संभव नहीं हो पाएगा.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले बिहार सरकार डिजिटल ट्रांजैक्शन शुरू कर चुकी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार बिहार के साथ अन्याय कर रही है, बजट में बिहार की अनदेखी की गई है. केंद्र बिहार को उसका वाजिब हक भी नहीं दे रहा है. न ही विशेष पैकेज की चर्चा है और ना ही विशेष राज्य का दर्जा देने की. मोदी सरकार के तीन साल बीत जाने के बाद भी बिहार से किया गया वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है.