नई दिल्ली : प्रधानमंत्री राहत कोष में पुराने नोटों से 23,500 रुपये का दान दिया गया है. ये राशि 1000 और 500 रुपये के पुराने नोटों में दी गई है. अब सतर्कता विभाग इस मामले की जांच कर रहा है लेकिन अभी तक दान देने वाले का कोई सुराग नहीं मिला है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक दिल्ली सरकार से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के डीन दीपक के टंपे के पास एक लिफाफा आया था, जिस पर लिखा था कि यह धन प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने के लिए है.
वित्त विभाग लेगा फैसला
इसके बाद डीन ने वो पैकेट एक पत्र के साथ सतर्कता विभाग को भेज दिया. पत्र में उन्होंने लिखा कि उन्हें उस पैकेट पर शक है. इसके अंदर दो लिफाफे हैं, जिनमें से एक लिफाफे में पुराने नोट हैं.
सतर्कता विभाग ने वित्त विभाग के लेखा विभाग से इस मामले से निपटने को लेकर बात की. लेखा विभाग मामले पर विचार करके अगले दो तीन दिन में अपनी राय देगा. वित्त विभाग इन नोटों को पुलिस को सौंपने, प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने या किसी सरकारी बैंक में जमा करने का फैसला ले सकता है.
अधिकारियों को संदेह है कि दानदाता सरकार के दिये समय पर अपने 23,500 रुपये के पुराने नोट नहीं बदल पाया होगा और इसी कारण उसने ये नोट प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दिये होंगे.