लखनऊ: कांग्रेन ने अपना पहला नारा ’27 साल यूपी बेहाल’ को हटाना शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश में दिवारों पर लगे स्लोगन मिटाने की कोशिश की जा रही है. दरअसल कांग्रेस ने चुनाव प्रचार की शुरूआत करते ही ये नारा दिया था ’27 साल यूपी बेहाल’. लेकिन SP से गठबंधन के बाद अब नया नार लाया जा रहा है. ये नारा है यूपी को ये साथ पसंद है. 29 जनवरी को लखनऊ में इसका औपचारिक ऐलान होगा.
SP के साथ गठबंधन के बाद पहली बार राहुल गांधी 29 जनवरी को लखनऊ पहुंचेंगे, जहां वो UP के सीएम अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव से भी मिलेंगे. गठबंधन के बाद अखिलेश और राहुल मंच भी शेयर करेंगे और UP में दोनों की संयुक्त 14 रैलियां होंगी. वहीं अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने शुक्रवार को साफ कर दिया कि वे 2018 तक विधान परिषद के सदस्य हैं, इसलिए वे कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
कांग्रेस और सपा के गठबंधन के बाद सपा ने पहले अमेठी और रायबरेली की विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था, लेकिन अब खबर आ रही है कि अमेठी और रायबरेली की सभी दस विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी.
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि अमेठी-रायबरेली की सभी सीटों पर अब कांग्रेस ही अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसका मतलब है कि मुलायम सिंह यादव के चहेते गायत्री प्रजापति का पत्ता कट गया है, बता दें कि गायत्री अमेठी से विधायक हैं.