नालंदा थाना इलाके के नीरपुर गांव में दुर्गा प्रसाद स्कूल के दो छात्र की मौत से गुस्साए गांव वालों ने स्कूल के निदेशक को पीट-पीट कर मार डाला. नालंदा के एसपी सिद्धार्थ मोहन जैन ने बताया कि प्रसाद की पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मौत की असली वजह का पता लगाने के लिए उनके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है
नालंदा. नालंदा थाना इलाके के नीरपुर गांव में दुर्गा प्रसाद स्कूल के दो छात्र की मौत से गुस्साए गांव वालों ने स्कूल के निदेशक को पीट-पीट कर मार डाला. नालंदा के एसपी सिद्धार्थ मोहन जैन ने बताया कि प्रसाद की पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मौत की असली वजह का पता लगाने के लिए उनके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
गांव वालों को शक, निदेशक की पिटाई से हुई मौत
दरअसल इस स्कूल के दो छात्रों का शव पानी भरे गड्ढे में मिला था. जब गांव के लोगों ने शव को पानी से निकाला तो एक छात्र के आंख और कान में जख्म के निशान मिले. लोगों का आरोप है कि स्कूल के निदेशक ने छात्रों की पिटाई की है जिससे दोनों की मौत हो गई. नालंदा थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मृत छात्रों में एक नालंदा थाना अंतर्गत पचवारा गांव के रहने वाले मनोहर प्रसाद के बेटे रवि कुमार और दूसरा राजगीर थाना अंतर्गत नरगांव के रहने वाले श्याम किशोर प्रसाद के बेटे सागर कुमार हैं.
स्कूल सुना रहा है कुछ और ही कहानी
वहीं स्कूल के निदेशक देवेंद्र प्रसाद का कहना है कि ये दोनों छात्र आज सुबह बिना बताए स्कूल के बाहर निकल गए थे, जिसके बाद उनकी तलाश किए जाने पर उनके शव स्कूल से 50 मीटर की दूरी पर नीरपुर गांव के नजदीक पानी भरे एक खड्ड से बरामद हुए. दोनों छात्रों की रहस्यमय परिस्थिति में मौत से गुस्साए गांव वालों ने स्कूल में तोड़फोड़ की और स्कूल के निदेशक देवेंद्र प्रसाद के साथ मारपीट की. गांव वालों ने स्कूल की एक वैन को आग के हवाले करने के साथ एक रसोई गैस सिलेंडर की मदद से स्कूल के दो कमरों में आग लगा दी, जिससे वहां रखा फर्नीचर जल गया.
हिंसा पर उतारू लोगों को नियंत्रित करने घटनास्थल पहुंची पुलिस पर भी उपद्रवियों ने पथराव किया, जिसमें छह पुलिसकर्मी चोटिल हो गए हैं. आक्रोशित ग्रामिणों के बुरी तरह लात-घूंसे और लाठी-डंडे से बुरी पिटाई किए जाने से अधमरे हो गए स्कूल के निदेशक देवेंद्र प्रसाद को इलाज के लिए जिला मुख्यालय बिहार शरीफ स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत में सुधार ना होता देख उन्हें पटना स्थित पीएमसीएच ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.