लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और लखनऊ कैंट से उम्मीदवार अपर्णा यादव की मां अम्बी विष्ठ अपनी बेटी के चुनावी प्रचार में साथ दे रही हैं. अपर्णा की मां सरकारी अधिकारी हैं और नियमों के मुताबिक वो किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकती हैं.
अम्बी बिष्ट लखनऊ विकास प्राधिकरण में उप सचिव हैं. बेटी के चुनाव प्रचार में जुटे होने के चलते दफ्तर में भी कम ही नजर आती हैं. चुनाव प्रचार में किसी भी सरकारी अधिकारी के शामिल होने को लेकर बेहद सख्त गाइडलाइन हैं लेकिन कहते हैं ना, सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का.
इंडिया न्यूज़ से बातचीत में अपर्णा की मां ने कहा कि वो दोबारा ऐसी मीटिंग में नहीं जाएंगी. लेकिन उनके तेवर बता रहे थे कि वो चोरी के बाद सीनाजोरी पर उतर आईं थीं. चुनाव प्रचार में सरकारी कर्मचारी या अधिकारी के शामिल होने को लेकर इलेक्शन कमीशन की सख्त गाइडलाइंस हैं.
गाइडलाइंस के मुताबिक कोई भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले सकता. सरकारी सेवा से जुड़े लोगों को चुनाव में निष्पक्ष रहना चाहिए. सरकारी अधिकारी न तो चुनावी मीटिंग आयोजित कर सकते, ना ही ऐसी मीटिंग में शामिल हो सकते हैं.
नियम के मुताबिक अगर कोई सरकारी कर्मचारी किसी उम्मीदवार का पोलिंग एजेंट या काउंटिंग एजेंट बनता है तो उसे तीन महीने की सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है. इसके अलावा इन गाइडलाइंस को न मानना अनुशासनहीनता माना जाएगा और सरकारी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है.