मंगलुरु: तमिलनाडु में जल्लीकट्टू का रास्ता साफ होते ही अब पड़ोसी राज्य कर्नाटक में ‘कंबाला’ के आयोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज हो गया है. इस प्रदर्शन में मैंसे की दोड़ वाले कंबाला प्रोग्राम की इजाजत मांगी जा रही है.
कर्नाटक के मंगलुरु में जोरदार प्रदर्शन शुरू हो गया है, इस प्रदर्शन में लोग सड़क पर उतरकर मांग कर रहे हैं कि जल्लीकट्टू की तरह कंबाला के आयोजन की इजाजत मिले. कंबाला को लेकर स्कूल-कॉलेज के छात्र भी प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने कहा है कि कि इस आयोजन में हिंसा नहीं होती, इसलिए इस पर से बैन हठे.
कंबाला की मांग को AIDMK का भी समर्थन मिला है. कर्नाटक के तटिय जिलों में दलदली खेतों में भैंसों की दौड़ को कंबाला का आयोजन होता है. फिलहाल कंबाला का मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में चल रहा है.
कंबाला समीति ने अपनी पारंपरिक भैंसा दोड़ का आयोजन हर हाल में 28 जनवरी को करने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में पेटा ने एक याचिका दायर कर कंबाला पर रोक लगाने आदेश पारित किया था. इस मामले की अगली सुनवाई 30 जनवरी को है. यह पारंपरिक भैंसा दौड़ सुबह 11:30 बजे से शाम तक चलेगी.