लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की टिकट की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अपने ही कार्यकर्ताओं का प्रतिरोध झेलना पड़ रहा है. अभी तक बीजेपी ने यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से 370 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं.
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के आवास के बाहर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इसी क्रम में अपनी बात जल्दी पहुंचाने के चक्कर में दो दावोदारों ने अलग ही रास्ता चुना. दोनों दावेदारों ने उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की गाड़ी के आगे लेट गए.
टिकट न मिलने से नाराज बाराबंकी के बीजेपी नेता बाबू दि्वेदी और सुंदर लाल दीक्षित गाड़ी के आगे यह कहते हुए लेट गए कि आपको ‘हमारी लाशों के ऊपर से’ जाना होगा. पिछले विधानसभा चुनाव में बाराबंकी क्षेत्र से दोनों ही चुनाव हार गए थे. दि्वेदी ने दावा किया है कि वह पिछले चार साल से बाराबंकी की रामनगर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी ठोक रहे थे. लेकिन बीजेपी ने उनकी जगह शरद अवस्थी को यहां से टिकट दे दिया.
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं को समझा बुझाकर सड़क से हटाने में तकरीबन घंटे भर का वक्त लगा. बीजेपी टिकट बंटवारे में अपने पुराने सदस्यों और दूसरे दलों से पार्टी में शामिल हुए नेताओं के बीच संतुलन बनाने की जद्दोजहद में है.