विजयवर्गीय ने शाहरुख की फिल्म
‘रईस’ के ट्रेन यात्रा के जरिए प्रमोशन के दौरान बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ने और एक व्यक्ति की मौत होने पर कहा कि अगर दाऊद इब्राहम भी सार्वजनिक तौर पर सामने आए तो भीड़ उमड़ जाएगी.
‘भीड़ से न मापें प्रसिद्धि’
उन्होंने कहा कि फिल्मों के लिए प्रचार किया जाता रहा है. लेकिन, प्रचारकों को इसके लिए लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखना चाहिए. अगर वो रेलवे में फिल्म का प्रचार करेंगे, तो लोगों को परेशानी होगी. अगर दाऊद ही सबके सामने आए जाए, तो भीड़ इकट्ठी हो जाएगी. इसलिए भीड़ के आधार पर प्रसिद्धि नहीं मापनी चाहिए.
बता दें कि शाहरुख खान रईस फिल्म के लिए प्रमोशन के लिए एक अनोखा तरीका अपना रहे हैं. वह रेल का सफर कर मुंबई से दिल्ली आ रहे हैं. जब शाहरुख की अगस्तक्रांति ट्रेन 10 मिनट के लिए वडोदरा रेलवे स्टेशन पर रुकी तब वहां फैन्स की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी, उसी दौरान भगदड़ मच गई और एक व्यक्ति की मौत हो गई.
रईस के जरिए राहुल गांधी पर निशाना
वहीं, विजयवर्गीय ने ट्विटर पर एक फोटो भी पोस्ट किया था जिसमें लिखा था, ‘और हमारे भारत के ‘काबिल’, किसी भी परदेस के ‘रईस’से, हर हाल में बेहतर हैं.’ उनके पोस्ट किए गए फोटो में एक तरफ नरेंद्र मोदी और दूसरी तरफ राहुल गांधी की तस्वीर थी.
फोटो पर लिखा था, ”काबिल’ हो तो चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन जाता है, वरना चांदी का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुआ ‘रईस’ भी फटे कुर्ते पहनता है.’ इस पोस्ट के जरिए कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था.