नई दिल्ली: ठीक 72 घंटे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति की शपथ ली थी और बीते 72 घंटे से ही पाकिस्तान में अजीब सा खौफ फैला हुआ है.पाकिस्तानी हुक्मरान एक पैर पर खड़े हैं. तो थिंकटैंक टीवी चैनल्स पर हुक्मरानों को आगाह कर रहे हैं.
यह बहस पाकिस्तान के वजूद को लेकर छिड़ी है.क्योंकि ट्रंप ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की कसम खाई है.और पाकिस्तानियों को डर है कहीं इस कसम में उसका वजूद ना मिट जाये.तो आईये देखते हैं.ट्रंप आया, टेंशन लाया. 20 जनवरी, यही तारीख थी.जब डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 45वीं राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली.और इस शपथ के साथ ही पाकिस्तान सहम गया.
पाकिस्तान ऐसा सहमा हुआ है कि बीते 72 घंटे से पाकिस्तानी हुक्मरानों की नींद उड़ी हुई है.पाकिस्तानी थिंकटैंक टीवी चैनल्स पर माथापच्ची कर रहे हैं. और वजह बस इतनी की अब ट्रंप आ गए हैं.पाकिस्तान का क्या होगा.पाकिस्तान की असल टेंशन बढी ट्रंप के उस बयान से.जो उन्होंने शपथ लेने के ठीक बाद दिया था.और जिसमें इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की बात कही थी.
पाकिस्तान को कंपा देने वाला ट्रंप का वो बयान.बस ट्रंप का इतना कहना था कि पाकिस्तान में बहस का दौर शुरू हो गया.थिंकटैंक टीवी चैनल्स पर चीख चीख कर ट्रंप की आमद को पाकिस्तान के लिए खतरा बताने लगे.कई थिंकटैंक का मानना है कि ट्रंप एडमिनिशट्रेशन के लिए पाकिस्तान नक्शे पर ही नहीं है. पाकिस्तान में ये डर ट्रंप के बेबाक अंदाज की वजह से फैला हुआ है.क्योंकि राष्ट्रपति बनने से पहले ही ट्रंप ने पाकिस्तान को लेकर अपनी सोच जाहिर कर दी थी.
पाकिस्तान को दुनिया के लिए खतरा बताया था. ट्रंप का मानना था कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों का होना भी बड़ा खतरा है. अब अमेरिका का सत्ता ट्रंप के हाथों में है. वो दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स बन चुके हैं. लिहाजा पाकिस्तान को डर है कि ट्रंप जैसे ही आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेंगे..उसकी तपिश पाकिस्तान को भी झेलनी पड़ेगी.क्योंकि आतंकवादियों के लिए पाकिस्तान किसी जन्नत से कम नहीं है.