नोटबंदी के दौरान एक भी जाली नोट नहीं पकड़ा गया : वित्त मंत्रालय
संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सामने वित्त मंत्रालय ने ऐसा बयान दिया है, जिससे पीएम मोदी और केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी 'नोटबंदी' प्रोजेक्ट पर सवाल उठ सकते हैं. मंत्रालय ने पीएसी को बताया है
January 22, 2017 8:39 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सामने वित्त मंत्रालय ने ऐसा बयान दिया है, जिससे पीएम मोदी और केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी ‘नोटबंदी‘ प्रोजेक्ट पर सवाल उठ सकते हैं. मंत्रालय ने पीएसी को बताया है कि नोटबंदी के दौरान (9 नवंबर से 30 दिसंबर) किसी भी सरकारी एजेंसी ने जाली नोट में एक भी रुपया जब्त नहीं किया.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार वित्त मंत्रालय द्वारा लोक लेखा समिति (पीएसी) को बताया गया कि नोटबंदी के बाद से सरकारी एजेंसी ने जाली नोट में एक भी रुपया जब्त नहीं किया. हालांकि वित्त मंत्रालय का कहना है कि नोटबंदी के दौरान इनकम टैक्स और अन्य सरकारी एजेसियों ने 474.37 करोड़ रुपए के नए और पुराने नोट पकड़े है. साथ ही वित्त मंत्रालय का कहना है कि उसे यह भी नहीं पता है कि 474 करोड़ की रकम किसी आतंकी संगठन या फिर तस्करों से पकड़ी गई है.
बता दें कि नोटबंदी की घोषणा करते समय पीएम मोदी ने दावा किया था कि उनके पास जानकारी है कि भारतीय करेंसी के जाली नोटों की मदद से आंतकवाद और ड्रग्स का कारोबार फल-फूल रहा है. इसके बाद आरबीआई ने भी इसी प्रकार का दावा किया था कि नोटबंदी से आतंकवाद पर लगाम कसने में मदद मिलेगी. लेकिन वित्त मंत्रालय का पीएसी के सामने दिया गया बयान मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है.