दरअसल अरविन्द केजरीवाल ने आठ जनवरी को गोवा में अपने भाषण के दौरान
बीजेपी और
कांग्रेस से पैसे लेकर वोट आम आदमी पार्टी को देने की अपील की थी. चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए, उन्हें फिर से इस तरह का बयान नहीं देने का निर्देश दिया है.
चुनाव आयोग के इस फैसले पर अरविन्द केजरीवाल ने नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया,’चुनाव आयोग का ये निर्देश सरासर गलत है. निचली अदालत ने इस मामले में मेरे पक्ष में फैसला दिया था. चुनाव आयोग ने कोर्ट के फैसले को नजरअंदाज किया है. हम चुनाव आयोग के इस फैसले को अदालत में चुनौती देंगे.’
गौरतलब है कि इससे पहले चुनाव आयोग ने केजरीवाल को नोटिस जारी कर 19 जनवरी तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा था. चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में लिखा था कि पहली नजर में ये बयान आचार संहित का उल्लंघन लगता है. क्योंकि गोवा में 4 जनवरी से चुनाव आचार संहिता लागू हो गई थी.