जयपुर : पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा
चुनाव से पहले
आरएसएस ने
आरक्षण पर बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आरक्षण खत्म किए जाने की वकालत की है और कहा इससे अलगाववाद को बढ़ावा मिलता है.
वैद्य ने
जयपुर लिटरेचर
फेस्टिवल में ये बात कही. उन्होंने कहा कि आरक्षण को खत्म करके इसकी जगह ऐसी व्यवस्था लाई जाए, जिसमें सबको समान अवसर और
शिक्षा मिले. उन्होंने कहा कि अांबेडकर भी आरक्षण की वकालत नहीं करते थे.
अलगाववाद को बढ़ावा
उन्होंने यह भी कहा कि अगर लंबे समय तक आरक्षण जारी रहता है, तो यह अलगाववाद की तरफ ले जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी देश में हमेशा के लिए ऐसे आरक्षण की व्यवस्था का होना सही नहीं है. यह अलगाववाद को बढ़ावा देने वाली बात होगी.
सैक्यूलर शब्द पर उठाए सवाल
वैद्य ने हिंदुत्व पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व विविधता की बात करता है और आदर्श हिंदू राष्ट्र में धार्मिक विविधता स्वीकार होगी. उन्हें संविधान में ‘सेक्युल’ शब्द के उपयोग पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इसे संविधान में क्यों शामिल किया गया. क्या इसकी मांग की गई थी?
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण के खिलाफ बयान दिया था. हालांकि, इस बयान को विपक्षी दलों ने खूब भुनाया था.