नई दिल्ली: परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (
एनएसजी) में भारत की सदस्या का विरोध कर रहे
चीन को भारत ने आज खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि
भारत को एनएसजी की सदस्या तोहफे में नहीं चाहिए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि भारत को एनएसजी की सदस्यता तोहफे में नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि के तहत भारत के रिकॉर्ड को देखते हुए भारत एनएसजी की सदस्या मांग रहा है.
दरअसल पिछले दिनों चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हु चुनयांग ने एनएसजी में भारत की सदस्यता को लेकर कहा था कि एनएसजी की सदस्या
ओबामा प्रशासन की तरफ से भारत को तोहफे के तौर पर नहीं दी जा सकता.