लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (
BSP) छोड़ भारतीय जनता पार्टी (
BJP) में शामिल हुए
स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी (
SP) में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं. मंगलवार देर रात स्वामी से SP से एक बड़े नेता भी मिले हैं. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य BJP में टिकट बंटवारे से नाराज बताए जा रहे हैं. इंडिया न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में जनाधार का ध्यान रखा जाना चाहिए.
स्वामी ने बातचीत में BJP से नाराजगी की बात को खारिज कर दिया है, लेकिन ये जरूर कहा कि मेरा जनाधार बहुत बड़ा है, इसलिए मेरी लिस्ट बड़ी है, जिसका BJP ख्याल रखे. मिली जानकारी के अनुसार मौर्य अपने बेटे और बेटी समेत 30 लोगों को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन बीजेपी उन्हें सिर्फ चार से पांच टिकट ही देने को तैयार है, इससे स्वामी नाराज हो गए हैं.
मौर्य अपने समर्थकों के लिए टिकट की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से बीजेपी अध्यक्ष
अमित शाह से मिलना चाह रहे थे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. बता दें कि स्वामी के बुंदेलखंड और कानपुर में मौर्य समाज के काफी वोट हैं. पिछड़ों और अतिपिछड़ों को BSP से जोड़ने में स्वामी प्रसाद मौर्य का काफी योगदान रहा है.
बसपा छोड़ने पर पूरे प्रदेश से BSP के सैकड़ों जनाधार वाले नेताओं और दर्जनों जनप्रतिनिधियों को बीजेपी में शामिल कराने में स्वामी का अहम योगदान रहा है. कुर्मी, यादव और लोध के बाद मौर्य पिछड़ी बिरादरी में सबसे बड़ी जाती समूह है. इस जाति समूह में मौर्य, सैनी, कुशवाहा, शाक्य. मुराव और काछी जातियां आती हैं. इनकी आबादी प्रदेश में करीबन 8 फीसदी के आसपास है.
बता दें कि मौर्या ने BSP सुप्रीमो
मायावती पर टिकटों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए 22 जून को पार्टी छोड़ दी थी. उन्होंने कहा था कि वो
दलितों के नाम पर राजनीति करती है, जबकि उनका दलितों के हितों से कोई सरोकार नहीं है. BJP ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपने 149 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. रविवार को हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नामों पर मुहर भी लग गई थी.