नई दिल्ली : भारतीय
रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल बुधवार को संसद की वित्त मामलों की समिति के सामने पेश होंगे. पटेल, संसदीय समिति के सामने
नोटबंदी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव और नकदी की कमी के मद्देनजर केंद्रीय बैंक द्वारा उठाये गये कदमों का ब्योरा पेश करेंगे.
बुधवार को संसद की
स्थायी समिति की होने वाली बैठक में बैठक में इंडियन बैंक्स एसोसिएशन, एसबीआई, पीएनबी और ओबीसी भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने के बाद अर्थव्यवस्था पर प्रभाव की चर्चा होगी. उर्जित पटेल 20 जनवरी को इन्हीं मुद्दों पर लोक लेखा समिति के सामने अपनी सफाई देंगे.
बता दें कि संसद की लोक लेखा समिति (PAC) ने रिजर्व बैंक ऑफ (आरबीआई) इंडिया गवर्नर
उर्जित पटेल को नोटिस भेजकर
नोटबंदी से जुड़े 10 सवालों के जवाब मांगे हैं. समिति ने पटेल से नोटबंदी का फैसला लेने में केंद्रीय बैंक की भूमिका, इसके अर्थव्यवस्था पर प्रभाव के बारे में जानना चाहा है.