नई दिल्ली. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री
वेंकैया नायडू ने कहा है कि सिर्फ अंग्रेजी में बात और काम करना मास कम्युनिकेशन नहीं बल्कि क्लास कम्युनिकेशन है. नायडू दिल्ली में सरकारी मीडिया संस्थान
आईआईएमसी के जर्नल ‘कम्युनिकेटर’ को बदले कलेवर में रीलांच कर रहे थे जो
मास कम्युनिकेशन क्षेत्र में देश का सबसे पुराना जर्नल है.
नायडू ने इस मौके पर आईआईएमसी को देश की तमाम राष्ट्रीय भाषाओं में
पत्रकारिता का पाठ्यक्रम शुरू करने की सलाह दी और इस बात के लिए बधाई दी कि ऊर्दू के कोर्स को आईआईएमसी ने पूरी तरह से पीजी डिप्लोमा कोर्स में बदल दिया है.
नायडू ने इस मौके पर छात्रों और भारतीय सूचना सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ने का कोई विकल्प नहीं है और लोगों को संचार के नए-नए तकनीक और स्वरूप से अपडेट रहनी चाहिए. उन्होंने पत्रकारिता के छात्रों को सवाल पूछने की परंपरा को आगे बढ़ाने की सलाह दी.
पीआईबी मुख्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में आईआईएमसी के डीजी केजी सुरेश, एडीजी मयंक अग्रवाल, कोर्स डायरेक्टर प्रो. विजय परमार, प्रो. हेमंत जोशी के अलावा मंत्रालय और दूसरे विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.