लखनऊ: मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव को
समाजवादी पार्टी का नाम और चुनावी चिन्ह ‘साइकिल’ मिलने के बाद अब अमर सिंह ने अखिलेश पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जीतने वाला गलत है या हारने वाला, इसका मापदंड सफलता या विफलता नहीं हो सकती. लेकिन एक बात मैं बता दूं कि
मुलायम सिंह जी मुझे खलनायक नहीं मानते.
अमर सिंह ने आगे कहा कि एक तरफा प्यार में बहुत ताकत होती है, उसे कोई बांट नहीं सकता. अब सामने वाला चाहे मुझे खलनायक कहे या शकुनी. उन्होंने बीजेपी में जाने की खबर पर कहा कि मुझे जिस दिन बीजेपी में जाना होगा, मैं डंके की चोट पर कहूंगा और खुले आम जाऊंगा. ऐसे चोरी चुपके मैं काम नहीं करता.
अमर सिंह ने आगे कहा कि चुनाव आयोग के फैसले के पहले ही मैंने कहा था कि मैं किसी तरफ नहीं हूं. मैं लंदन में हूं और मुझे निष्कासित भी किया गया है, जिसे स्वीकार करता हूं. मैं मुलायम के साथ कभी नहीं छोडुंगा और मैंने मुलायम से अखिलेश के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा. मुझे अखिलेश से भी कुछ नहीं चाहिए.
अमर सिंह ने कहा कि जिंदगी में ऐसा भी हुनर होना चाहिए, अपने करे जंग तो कभी-कभी हार जाना चाहिए. मैं और शिवपाल मिट्टी थे. जिस कुम्हार ने हमारा निर्माण किया, हमारी प्रतिमा बनाई वो मुलायम सिंह हैं. हम उनके दो बाजू हैं. मैं हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं और क्या लोगे ? त्यागपत्र देने को तैयार हूं. शिवपाल चुनाव लड़ने से हटने को तैयार हैं.
बता दें कि समाजवादी पार्टी में बीते कुछ महीनों से झगड़ा चल रहा है. चाचा-भतीजे की लड़ाई अब पिता-पुत्र की लड़ाई में तब्दील हो गई है. अमर सिंह मुलायम सिंह यादव के करीबी हैं लेकिन अखिलेश यादव उन्हें पसंद नहीं करते.