नोएडा: नोएडा प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह पर प्रवर्तन निदेशालय ने शिंकजा कस दिया है. ईडी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में यादव सिंह की 19.92 करोड़ रुपए की संपत्ति को सील कर दिया है. इस वक्त यादव सिंह डासना जेल में बंद हैं. यादव सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी लगे हुए हैं.
ईडी का कहना है कि पीएमएलए के तहत हम लोगों को यादव की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया गया है. जब्त संपत्तियों में यादव सिंह की तीन कंस्ट्रक्शन कंपनियां और एक फर्म भी है जो कि कथित तौर पर उसकी की पत्नी का है. ईडी के अनुसार कुल 19.92 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है.
बता दें कि नोएडा में विकास कार्यो में हुए घोटालों की जांच साल 2014 के नवंबर में सीबीआई को सौंपी गई थी. सीबीआई ने इसके बाद छापेमारी कर यादव सिंह के यहां से 10 करोड़ रुपये नगदी, आभूषण और अचल संपत्तियों के कागजात जब्त किए थे. सीबीआई ने बैंकों में लॉकर खुलवाकर वहां से भी कीमती जेवर बरामद किए थे.
यादव सिंह पर आरोप है कि उन्होंने परिचितों को 10 हजार करोड़ रुपये का ठेका दिया और नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे पर कई शीर्ष बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग, कॉमर्शियल तथा इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स का आवंटन किया. यादव सिंह नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकार के मुख्य इंजीनियर के पद पर रह चुके हैं.