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यूपी में BJP उम्मीदवारों की लिस्ट देर से घोषित करने पर स्वामी प्रसाद मौर्य नाराज

BSP छोड़ BJP में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य की बगावत के चलते यूपी, उत्तराखंड में बीजेपी की पहली लिस्ट आने में देरी हुई. मिली जानकारी के अनुसार मौर्य अपने बेटे और बेटी समेत 30 लोगों को टिकट दिलाना चाहते थे, इससे स्वामी नाराज हो गए हैं. हालांकि बाद में उन्हें मना लिया गया है.

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  • January 16, 2017 4:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: BSP छोड़ BJP में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य की बगावत के चलते यूपी, उत्तराखंड में बीजेपी की पहली लिस्ट आने में देरी हुई. मिली जानकारी के अनुसार मौर्य अपने बेटे और बेटी समेत 30 लोगों को टिकट दिलाना चाहते थे, इससे स्वामी नाराज हो गए हैं. हालांकि बाद में उन्हें मना लिया गया है. 
 
 
मौर्य अपने समर्थकों के लिए टिकट की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलना चाह रहे थे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. बता दें कि स्वामी के बुंदेलखंड और कानपुर में मौर्य समाज के काफी वोट हैं. पिछड़ों और अतिपिछड़ों को बसपा से जोड़ने में स्वामी प्रसाद मौर्य का काफी योगदान रहा है.
 
 
बसपा छोड़ने पर पूरे प्रदेश से बसपा के सैकड़ों जनाधार वाले नेताओं और दर्जनों जनप्रतिनिधियों को बीजेपी में शामिल कराने में स्वामी का अहम योगदान रहा है. कुर्मी, यादव और लोध के बाद मौर्य पिछड़ी बिरादरी में सबसे बड़ी जाती समूह है. इस जाति समूह में मौर्य, सैनी, कुशवाहा, शाक्य. मुराव और काछी जातियां आती हैं. इनकी आबादी प्रदेश में करीबन 8 फीसदी के आसपास है.
 
 
बता दें कि मौर्या ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकटों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए 22 जून को पार्टी छोड़ दी थी. उन्होंने कहा था कि वो दलितों के नाम पर राजनीति करती है, जबकि उनका दलितों के हितों से कोई सरोकार नहीं है. बीजेपी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपने 149 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. रविवार को हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नामों पर मुहर भी लग गई थी. 

 

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