नई दिल्ली: ठंड ने पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लिया है. ठंड से शहरों को रफ्तार थम गई है. पहाड़ों पर छुट्टियां मनाने के इरादे से गए सैलानियों की आफत आ गई है. रास्ते बंद हैं, ना बिजली है ना पानी है. ठंड से शिमला तो कांप ही रही है दिल्ली भी ठिठुर रही है.
शिमला बर्फ की मोटी से ढंक गया है. कड़ाके की
ठंड से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड ने आफत कर रखी है. शिमला में ठंड ने बीते 26 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है. पिछले एक
हफ्ते से शिमला में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यहां 3 से 4 फीट तक
बर्फ की चादर बिछ गई है. इस साल यहां करीब 84 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई. यहां का औसत तापमान -4 डिग्री चला गया.
शिमला में बर्फबारी से पाइपलाइनों के पानी तक जम गए हैं. लोग बर्फ को पिघलाकर पीने का पानी इस्तेमाल कर रहे हैं. बिजली की हालत भी चरमरा गई है. बिजली के ट्रांसफर्मर पर भी बर्फ की परत जम गई है. क्रिसमस पर शिमला में सीजन की पहली बर्फबारी हुई थी. इसके बाद यहां नए साल के स्वागत के लिए लोगों का आना शुरु हो गया.
लेकिन अब ये बर्फबारी यहां के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुका है. पीने के पानी की बात तो रहने ही दीजिए यहां पर आलम ये है कि नालियां तक जम चुकी हैं. लोग अब पलायन के लिए सोच रहे हैं.