नई दिल्ली : बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवानों के बाद अब सेना के एक और जवान ने अपनी दास्तान सुनाई है. 408 फिल्ड बटालिक हॉस्पिटल के नर्सिंग असिस्टेंट राम भगत ने सेना के अधिकारियों पर घर का काम कराने और शोषण का आरोप लगाया है.
राम भगत ने वीडियो में कहा है कि सेना के जवानों को कही जाना होता है तो उन्हें गाड़ी नहीं मिलती, क्योंकि सभी गाड़ियां सेना के अधिकारियों के परिवार वालों की सेवा में लगी रहती हैं.
राम भगत ने कहा, ‘कभी किसी गाड़ी को ब्यूटीपार्लर भेजा जाता है तो कभी बाजार में सब्जी लाने के लिए. जहां तक बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव के आरोपों की बात है तो वह सच है. उसने जो भी कहा है सब सच कहा है क्योंकि सेना में ऐसा ही होता है. हमें 1 लीटर दूध मिलता है जिसमें पानी मिलाकर सेना के जवानों को दिया जाता है. सेना को जितना खाना मिलता है उसका 30 फीसदी ही हमारे पास पहुंचता है.’
राम भगत ने बताया कि जब वे छुट्टी मांगते हैं तो नहीं मिलती. अधिकतर जवानों को अधिकारियों ने अपनी सेवा में लगा रखा है. सेना के कई जवाने बोलता चाहते हैं कि लेकिन कहां बोलें और किससे बोलें. जब किसी जवान का ट्रांसफर होता है कि उसकी मदद के लिए भी किसी जवान को नहीं भेजा जाता, जबकि अधिकारियों का ट्रांसफर होता है तो सेना के जवानों को शिफ्टिंग में लगाया जाता है.
राम भगत ने कहा है कि वे इस वीडियो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह तक पहुंचाना चाहते हैं. ताकि सेना को मिलने वाली सेवाएं मिलें, ना कि अधिकारियों सेना की सेवाओं को आनंद लें.