दिल्ली : दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस के पालिका बाजार के रुफ पर विश्व का सबसे बडा स्टैंले स्टील चरखा लग चुका है. इसे जल्द ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा.
एनडीएमसी के चेयरमेन नरेश कुमार के मुताबिक चरखा पूरी तरह से स्टील का बना है. नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल और खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमिशन (केवीआईसी) ने मिलकर इस चरखे को लगाया गया है. इसके लिए पिछले तीन महीने से अहमदाबाद से आए कलाकार काम कर रहे हैं. यह चरखा 8 मीटर लंबा, 4 मीटर ऊंचा और 2.45 मीटर चौडा है और इसका वजन 3.5 टन है.
म्यूजियम भी बनेगा
उन्होंने बताया कि चरखे में एक इंच मोटी खादी, सिल्क की रस्सी लगाई जाएगी. इसके अलावा चरखे के ठीक साथ में महात्मा गांधी जी का म्यूजियम तैयार किया जा रहा है. इस लोकेशन में सफेद संगेमरमर के पत्थर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
संघर्षों का प्रदर्शन
वहीं म्यूजियम में देश की आजादी के वक्त गांधी जी के किए गए संघर्षों को खास अंदाज में प्रदर्शित किया जाएगा. अहमदाबाद से तरुण गज्जर और देवेंद्र गज्जर पिछले तीन महीने से कनॉट प्लेस के पालिका बाजार की पार्किंग के ऊपर बने पार्क एरिया में चरखे पर काम कर रहे हैं.
बता दें कि कुछ महीने पहले महात्मा गांधी के साउथ अफ्रीका से स्वदेश लौटने के 100 साल पूरे होने के मौके पर केवीआईसी ने आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर लकड़ी का चरखा लगाया था. जिसकी लंबाई 30 फीट और ऊंचाई 17 फीट है और अब कनॉट प्लेस में चरखा लगाया जा रहा है.
अधिकारियों की माने तो इस चरखे पर आंधी, बारिश का कोई असर नहीं होगा. गांधीजी के अहिंसा आंदोलन का प्रतीक चरखा सैलानियों के आकर्षण का केंद्र होगा.