देहरादून : अफसरों पर सैनिकों को नौकरों की तरह काम कराने का आरोप लगाने वाले सैनिक यज्ञ प्रताप सिंह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. उनकी पत्नी ऋचा सिंह ने यज्ञ प्रताप सिंह के समर्थन में आते हुए आरोप लगाया है कि अफसर सैनिकों से नौकर की तरह काम कराते थे.
उन्होंने कहा कि सैनिकों से नौकरों की तरह काम कराया जाता है, जिस वजह से मेरे पति ने मांगें रखी हैं, लेकिन उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हो रही है जिसकी वजह से वह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.
देहरादून में सेना की 42वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड में तैनात लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर सीनियरों के ऊपर सैनिकों को प्रताड़ित किये जाने के आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा,’मैंने प्रधानमंत्री को खत लिख था, जिसमे मैंने लिखा था कि वो सैनिक जो सहायक के तौर पर काम करते हैं. उन्हें सीनियर अफसरों के के जूते पॉलिश करने के काम में नहीं लगाना चाहिए.’
सेना ने इस मामले पर कहा है कि इसकी जांच हो रही है. बता दें कि इससे पहले BSF जवान तेज बहादुर यादव और CRPF के जवान जीत सिंह ने भी इसे प्रकार से सोशल मीडिया पर वीडियो सन्देश के माध्यम से अपने तकलीफें अन्य लोगों के सामने पेश की थी.
वहीं गृह मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी करके अर्धसैनिक बलों के लिए सोशल मीडिया बैन कर दिया है. नए निर्देश के मुताबकि पैरामिलिटरी का कोई भी जवान बिना अधिकारिक निर्देश के कोई भी फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर नहीं कर सकता. यदि कोई भी जवान ट्विटर, फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर तस्वीर या वीडियो पोस्ट करना चाहता है तो उसे अपनी फोर्स के डायरेक्टर जनरल से आदेश लेना होगा.