नई दिल्ली : मौत के मुहाने पर खड़े आतंक की दुनिया के बादशाह बगदादी ने फिर नया फरमान सुनाया है लेकिन बगदादी के इस फरमान से दुनिया से ज्यादा उसके आतंकी हैरान हैं. जी हां, बगदादी ने अपने बुजुर्ग आतंकियों को आखिरी मिशन पर जाने का हुक्म सुना दिया है. वो मिशन जिसमें तबाही के साथ साथ आतंकी की ज़िंदगी का सफर हमेशा के लिए थम जाता है. उसके ज़िंदा बचने की कोई गुंजाइश नहीं होती है. बूढे हो चुके आईएसआईएस के आतंकी बगदादी के लिए किसी काम के नहीं बचे हैं. साथ में इनके खाने-पीने और बाकी खर्चों के लिए पैसों की किल्लत अलग है. अब बगदादी के लिए इन बूढे आतंकियों को ढोना मुश्किल हो रहा है. बस इसीलिए बगदादी ने फरमान सुना दिया है कि सारे बूढे आतंकी बड़े से बड़ा फिदायीन हमला करें. बस इस हुक्म के बाद आतंकी तैयारी में जुटे हुए हैं.
मौत सामने देखकर बगदादी का माथा ऐसा फिरा है कि अपने उन आतंकियों पर भी दांव लगा दिया है, जो मोर्चे पर ज़ख्मी हो गये थे और शरीर का कोई ना कोई अंग गंवा बैठे, क्योंकि अब इन आतंकियों में लड़ने की काबिलियत नहीं बची है और देश छोड़कर जंग लड़ने आए इन आतंकियों को बगदादी बैठाकर खिला नहीं सकता. लिहाजा अपाहिज आतंकियों को सुसाइड बॉम्बर बनाकर मौत के मुंह में धकेल रहा है.