नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में चुनाव चिन्ह साइकिल को लेकर मचे घमासान के बीच शुक्रवार को चुनाव आयोग में सुनवाई की गई. दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद चुनाव आयोग ने फैसला सुरक्षित रख लिया है.
इससे पहले चुनाव आयोग ने दोनों गुट यानी मुलायम और अखिलेश गुट को समन भेजकर बुलवाया था. अखिलेश यादव की तरफ से कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल भी दलील देने चुनाव आयोग पहुंचे.
बताया जा रहा है कि सुनवाई करीब चार घंटों तक चली जहां कपिल सिब्बल ने बताया कि पार्टी के अधिकतर विधायक अखिलेश यादव के साथ हैं इसलिए अखिलेश को चुनाव चिन्ह साइकिल दी जानी चाहिए.
वहीं दूसरी तरफ मुलायम सिंह के खेमे की तरफ से दलील दी गई कि जिस सभा में अखिलेश को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया वो समाजवादी पार्टी के कानून के खिलाफ है.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते दोनों ही दलों ने चुनाव आयोग में याचिका दायर कर चुनाव चिन्ह साइकिल उन्हें देने की मांग की थी. ये भी कहा जा रहा है कि अगर चुनाव आयोग साइकिल चुनाव चिन्ह पर कोई फैसला नहीं ले पाता है तो वो साइकिल चुनाव चिन्हें को जब्त किया जा सकता है.